Wednesday, 29 June 2016

Bhuk...




अगर कभी भूख का एहसास करना हो तो इन बच्चों को देख शायद हमे भूख क्या होती है एहसास हो जाये।

हम अक्सर अपनी परेशानियों के लिए ईश्वर को और भाग्य को कोसने लगते हैं।
तो अगर हमारे पास कुछ कम है सोचिये तो इन बच्चों के पास कितना कम है ।

क्या हम केवल इसलिए इस दुनिया में आऐ हैं के हम अपनी ही परेशानियों में उलझे रहें ?

क्या हम इन बच्चों के लिए एक उम्मीद नहीं बन सकते ?
अगर हाँ
तो आइये एक उम्मीद बन कर इन जैसे बच्चों की भूख मिटाने की एक कोशिश करें।

यकीन मानिये हमे अपनी परेशानी कम लगने लगेगी
और हमे भी मील जायेगी जीवन जीने की एक नयी
उम्मीद............👍👍








Monday, 27 June 2016

क्या हम एक चींटी से भी छोटे हैं ?




इन चींटियों ने तो केवल शरीर को ही खाया मगर हम तो इस शरीर की आत्मा को खा बैठे।
क्या हमे नहीं लगता के हम इन चींटियों से भी छोटे हो गए ।
                  क्या हम केवल अपना अपना फ़र्ज़ ही नीभा कर
इस बच्चे के लिए एक उम्मीद नहीं बन सकते थें ।